Css क्या है-What is CSS in hindi ?
अगर आप प्रोग्रामिंग फ़ील्ड्स है तो आपको css का ज्ञान होना बहुत जरूरी है । css का ज्ञान होना क्यों जरूरी है , आपको इस लेख में पता चल जाएगा । इस लेख में हम सीखेंगे css क्या है |( what is CSS in html in hindi ) , css की पूरी जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिलेगी । चलिये शुरू करते है
CSS क्या है-what is css in hindi ?
Css kya hai |
Css एक कम्प्यूटर की भाषा है जिसका पूरा नाम cascading style sheet है ये किसी वेबसाइट्स को आकर्षक रूप देती है ये html के साथ में इस्तेमाल की जाती है css को 10 अक्टूबर 1994 को Håkon Wium Lie ने बनाया था ।
What is CSS in HTML in hindi ?
Html से हम कोई भी वेबपेज बना सकते है । लेकिन html से उसको design नही कर सकते । डिज़ाइन करने का मतलब उसके fonts, colour ,background और भी चिजे हम नही बदल सकते। इसलिए हमे css की जरूरत पड़ती है । css से हम वेबपेज के font , colour , background, image, किस जगह कितना space रखना है ये सब हम css से कंट्रोल कर सकते है, html सिर्फ वेबपेज को आकार देता है उस वेबपेज को सजाने का काम css करती है आज के समय मे बीना css के कोई भी वेबपेज आकर्षित और सुंदर नही बनायी जा सकती ।
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Css को HTML फ़ाइल में कितने तरीको से जोड़ा जा सकता है ?
आपको तो मालूम हो ही गया होगा कि css क्या है अब आपके मन मे ये सवाल उठ रहा होगा कि css के फ़ाइल को html के फ़ाइल जोड़ा कैसे जाता है जी घबराने की कोई बात नही हम आपको बताएंगे।
Css के फ़ाइल को html के फ़ाइल के साथ तीन प्रकार से जोड़ा जा सकता है
1) Inline css
2) Internal css
3) External css
1. Inline css
Inline css में हम css की properties, html tags के अंदर ही लिखते है उसे हम inline css कहते है।
उदाहरण
<div style = “color:black;height:20px;width:20px;background-color:sky blue;”>Hello world</div>
ऊपर दी गई e.g में height और width दोनो 20px रहेगी और background color sky blue होगा और text का color black रहेगा।
2.Internal css
Internal css में हम css की property html फ़ाइल के head tag के अंदर "style"attribute में लिखते हैउदाहरण
<html>
<head>
<title>stylesheet</title>
<style>
div
{
color:black;
height:20px;
width:20px;
background–color:sky blue;
}
</style>
</head>
<body>
<div>hello world</div>
</body>
</html>
ऊपर दी गयी e.g में css की property head tags के अंदर है।
3.External css
External css में css की फ़ाइल अलग बनाते है और उस फ़ाइल को html के फ़ाइल से लिंक करते है
लिंक करने का method :.
<link rel =“stylesheet” href =“css file name” type = “text/css”>
इसे भी आपको html के head tag के अंदर लिंक करना होता है।
Css के फायदें- advantages of css in hindi ?
Css ke fayde |
Css से हमे बहोत फायदा होता है । css से हम किसी भी वेबपेज को जल्द जल्द स्टाइल (सजा सकते है ) कर सकते है । css से सबसे बड़ा फायदा है freedom, freedom का मतलब हमे किसी भी कोड को बार बार नही लिखना पड़ता है । चलिए css के मुख्य फायदे जान लेते है
समय की बचत-save time
अगर आप css के rules के हिसाब से किसी भी वेबपेज में css के code को लिखते है तो उसी कोड को किसी दूसरे वेबपेज को स्टाइल करने के लिए आप फिर से उन्ही कोड का इस्तेमाल कर सकते है इससे आपका बहुत सारा समय बाख जाएगा ।
पेज को लोड होने में मदद करता है-increase page speed
जितना कोड रहेगा उतना ही आपके पेज की स्पीड काम रहेगी और आप जानते ही है कि Html के element में बहुत सारे टैग्स होते है, इन्ही कोड को आपको अलग अलग लिखके स्टाइल करने की जरूरत नही है । आप उन्ही कोड को एक ही बार मे स्टाइल कर सकते है ।
जैसे मान लीजिए आपके वेबपेज में html के 100 elements है तो आपको सौ बार नही स्टाइल करना पड़ेगा । बल्कि आप जहा जहा एक जैसा स्टाइल चाहते है उन सबको एक साथ लिखके एक ही बार मे स्टाइल कर सकते है ।
एक साथ लिखने का मतलब css के रूल के हिसाब से एक साथ लिखना पड़ता है ।
इससे आपके पेज में ज्यादा element नही रहेगा और आपके पेज का स्पीड बढ़ जाएगा ।
Maintanance करने में आसानी होती है- easy to maintanance
आप पूरी वेबसाइट के लिए एक स्टाइलशीट सेट कर सकते है स्टाइलशीट के अंदर Html के एलिमेंट को स्टाइल करने का रूल्स लिखे होते है। और सारी कॉडिंग्स एक ही फ़ाइल में होने के वजह से इसकी मरम्मत करने में आसानी होती है।
Css हमे रेस्पॉन्सिव डिज़ाइन प्रदान करता है-provide responsive design
अगर आपने कभी गौर किया होगा तो आपने देखा होगा कि हम कोई वेबसाइट लैपटॉप में देखते है तो अलग और मोबाइल में देखते है तो अलग और अलग अलग स्क्रीन के हिसाब से थोड़ा बहोत चेंजेस दिखाई देता है। इसे ही रेस्पॉन्सिव डिज़ाइन कहा जाता है जो कि अलग अलग स्क्रीन के हिसाब से चेंज होता रहता है। और ये रेस्पॉन्सिव डिज़ाइन css हमे प्रदान करता है
और रेस्पॉन्सिव डिज़ाइन आज कल बनाना बहोत जरूरी है क्योकि यूजर को रेस्पॉन्सिव डिज़ाइन ज्यादा पसंद आता है।
Css कैसे सीखें-how to learn css in hindi?
अगर आप css सीखना चाहते है। और आपको नही मालूम css कहा से सीखे तो कोई बात नही, हम आपको ऐसी बहोत सी वेबसाइट्स बताएंगे जो आपको फ्री css सिखायेगी। वैसे तो इंटरनेट पे search करेंगे तो आपको बहुत सारी वेबसाइट्स मिल जाएगी जो आपको फ्री ऑनलाइन सिखाने का काम करती है लेकिन में आपको पॉपुलर वेबसाइट्स का नाम नीचे दे रहा हु जहा से आप css बिल्कुल फ्री में सिख सकते है।
इन सारी वेबसाइट्स से आप ऑनलाइन सिख सकते है
इस लेख से आपने क्या क्या सीखा ।
इस लेख में आपने सीखा css क्या है, Css को HTML फ़ाइल में कितने तरीको से जोड़ा जा सकता है, css के क्या क्या फायदे है,और साथ ही साथ css कैसे सीखें ये भी आपने जाना
आशा करता हु की ये आर्टिकल आपके लिए उपयोगी होगा । अगर आपको css को लेकर कोई सवाल है तो हमे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है । अगर आपके पास कोई सलाह है हमारे ब्लॉग के लिए तो आप हमें कमेंट में बता सकते है ।
2 टिप्पणियाँ
जवाब देंहटाएंNice Information, more css concepts check this CSS Interview Questions
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अपना महत्वपूर्ण सलाह दे।